विषाणु विज्ञान का इतिहस
विषाणु सूक्ष्म अल्ट्रामाइक्रोस्कोपिक रोग फैलाने वाली जीव है जिन की खोज Ivanowsky ने की थी।
संक्षिप्त इतिहास
पादप विषाणु क सर्वप्रथम ज्ञात संदर्भ 1756 में मिलता है जहां पर इस अवस्था को कहा गया है। शब्द वायरस एक लैटिन शब्द है जिसका अर्थ है poisioining है। यह शब्द इसी प्रकार शताब्दियों तक प्रचलित रहा। जीव विज्ञान के साथ साथ ही इस शब्द का प्रयोग विभिन्न प्रकार के जीवों के लिए किया गया है।
Ivanowsky ने विषाणु की खोज की तथा उन्होंने सोचाा कि तंबाकू में Tobacoo Mosaic disease किन्हीं अत्यंत सूक्ष्म बैक्टीरिया द्वारा होता ैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैैै है Hunger and Freiberg ने बताया कि विषाणु रोग एक प्रकार के विकार द्वारा होते हैंं ।
वायरस रोगों के विषय में यह देखा गया कि जो उत्तक विषाणु द्वारा आक्रमण होते हैं उनके cells मैं कुछ ऐसा मान्यता इंक्लूजन बॉडीज के निर्माण के कारण आ जाती हैं। सन 1887 में Periffer ने चेचक द्वारा संक्रमित त्वचा की कोशिकाओं की कुछ दानेदार रचनााा देखी जोकि Guranien द्वारा विस्तृत रूप से अध्ययन की गई । कुछ विषाणु आक्रमण से छोटेे-छोटे कलात्मक तत्व बनाते हैं जिन्हें Elementary bodies कहा जाता है।
HISTOLOGY OF BACTERIOLOGY
हमारे चारों ओर उपस्थित वातावरण में असंख्य ऐसे सूक्ष्मजीव पाए जाते हैं, जो हमारे दैनिक जीवन को प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करते हैं। प्रचलित भाषा में इन्हें जीवाणु कहते हैं। यह अत्यंयंत सूक्ष्म एककोशिकीय जीव है जिन्हें केवल संयुक्त सूक्ष्मदर्शी द्वाराा ही देखा जा सकता हैै।
जीवाणु की खोज लगभग 3 शताब्दी पूर्व होलेंड के वैज्ञानिक Antonie Von Leewenhoek ने की।
उन्हें अपने दांतो की मेल में सूक्ष्मदर्शी द्वारा देखने पर उसमें अनेक सूक्ष्म जीव दिखाई दिए। इन सूक्ष्म जीवों को कैरोलस लीनियस ने Vermes Genus रखा ।Ehrenberg नेे सर्वप्रथम जीवाणु नामक वंश में रखा। किंतु जीवाणुओं की उत्पत्ति तथा पद्धति के आधार पर लुइस पाश्चचर के किण्वन जैैैसे विषय पर शोध के पश्चात ही प्राप्त्त हुआ । उनसे यह प्रमाणित हुआ कि जीवाणुओं की उत्पत्ति अपने आप नहीं होती । Hydrophobia ,pneumonia आदि अनेक रोगों का संक्रमण जीवाणु द्वारा ही होता है। कुछ समय पश्चात रोबोट कोच ने प्रमाणित किया की एंथ्रेक्सस रो तथा मनुष्य में क्षय रोग व हेजा जीवाणुओं के संक्रमण से होता है । उन्होंने रोगों की जीवाणुु द्वारा उत्पत्ति केेेेे सिद्धांत का प्रतिपादन किया । तथा उनके इस महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें 1905 में नोबेल पुरस्कार द्वारा सम्मानित किया गया । जीवाणु का पादप रोगों में महत्व सर्वप्रथम Burrill बताया । धीरे धीरे जीवाणुओं केेेेेेे अध्ययन का महत्व बढ़ता गया और विज्ञान की एक नई शाखा जीवाणु विज्ञान का विकास हुआ।
Von Plenciz- ने यह विचार प्रस्तुत कियाा कि रोग विशेषज्ञ रोगाणु द्वारा उत्पन्न होते हैं। एक जीव स दूसरे जीव तक इन रोगाणुओं का संचरण वायु द्वारा होता।Hans Christian Gram ने जीवाणुओं केेे लिए ग्राम अभिरंजन का आविष्कार किया।
H.W.Florey, penicillin पर शोध के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
Alexander Fleming penicillin का अविष्कार किया।